खोवे मौर्य जाट गोत्र का इतिहास
चित्तौड़ राज्य पर जब मौर्य वंश के शासन का समापन हो गया या अंत हो गया तब मौर्य वंश के एक वीर योद्धा जिसका नाम खोबेराव मौर्य था। इसके नेतृत्व में मौर्य वंश का एक दल हस्तिनापुर पहुंचा यहां हस्तिनापुर पहुंचकर विजयनगर के राजा भारशिव पर आक्रमण कर राजा भारशिव जो कि एक जाट वंश के राजा थे को पराजित कर दिया तथा विजय नगर पर अपना आधिपत्य स्थापित कर लिया।
आगे जाकर वैन मौर्य, इस खोवे राव मौर्य वंश के शासक बने।
इस विजयनगर का एक गांव था बुखारे इस बुखारे गांव के कलाल जाती जो शराब बेचने का कारोबार करते थे इसके कुछ लोग अर्थात कलालों ने मिलकर खूबी मौर्य गोत्र के राजा वैन मौर्य तथा उसके परिवार को धोखे से विशाला शराब पिलाकर उनकी हत्या कर दी इसमें परिवार सहित राजा वैन की मृत्यु हो गई परंतु भाग्य से इनके परिवार की एक गर्भवती स्त्री इस घटना काल में अपने पिता के घर गई थी इस वजह से मृत्यु से बच गई।
अतः खोवे मौर्य जाट वंश राजा वैन के वंश में मात्र अब इसी स्त्री का बालक बचा रह गया जिसका नाम एकोराव राणा था परंतु भाग्य वश खोवे मौर्य वंश के शासक राजा वैन के कुल पुरोहित पंडित रामदेव भट्ट का पूरा संरक्षण तथा आशीर्वाद एकोराव राणा के साथ था।
पंडित रामदेव भट्ट इस बालक को लेकर अकबर के दरबार गए और अकबर से बालक एकोराव राणा को उसके अधिकार दिलाने की गुहार लगाई जिसके एवज में पंडित रामदेव ने अकबर से यह भी कहा कि वह मुसलमान धर्म अपनाने को तैयार है परंतु कुछ बात नहीं बनी इसके बावजूद पंडित रामदेव भट्ट नहीं हारे और बाद में जाकर पंडित रामदेव ने रांघर,पठान और एकोराव राणा के बीकानेर वासी वंशज के साथ मिलकर अपनी एक फौज बनाई और जब खोवे मौर्य जाट वंश का यह बालक एकोराव राणा युवावस्था को प्राप्त किया तब पंडित जी ने इसकी अगुवाई में अपनी फौज के साथ बुखारा गांव के कलाल तथा विजय नगर के भरों को परास्त कर दिया साथ ही इन्होंने मुगल सेना को भी परास्त कर दिया और विजयनगर को ध्वस्त कर डाला।
विध्वंसित विजयनगर से पृथक एक विजयनगर बसाया जो अब बिजनौर नाम से प्रसिद्ध है बाद में जाकर खोवे मौर्य जाट वंश के राजा एकोराव राणा विजय नगर में राजा मान के नाम से प्रसिद्ध हुए राजा मान (एकोराव राणा)के कई पुत्र हुए
इस वंश के बहुत ही प्रसिद्ध राजा हुए यह थे राजा नैन सिंह
खोवे मौर्य जाट वंश के इतिहास में गौर करने वाली एक महत्वपूर्ण घटना यह थी कि कैसे राजा वैन के कुल पुरोहित पंडित रामदेव भट्ट ने अपने राजा के वंशज को संरक्षित किया और खोवे मौर्य वंश का साम्राज्य पुन्ह स्थापित किया पंडित रामदेव भट्ट का यह समर्पण पूरा खोवे मौर्य वंश याद रखेगा तथा खोवे मौर्य वंश के इतिहास में इनका नाम अमर रहेगा
भारत में इसके विस्तार की चर्चा करें तो उत्तर प्रदेश में इसका विस्तार देखा जा सकता है उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिला के कई गांव हैं जिनमें इनका विस्तार है—-
१. गंगा देश पुर
२. बन्कपुर
३. अदमपुर
४. घूमदौती जलालपुर
५. कवाहीवाला
६. पूरनपुर
७. तीमुरपुर