जाट धर्मशाला डिग्गी में समाज की विशेष बैठक
डिग्गी , टोंक । जाट समाज सामूहिक विवाह आयोजन समिति जिला टोंक की विशेष बैठक बुधवार 3 जुलाई को जाट धर्मशाला डिग्गी में आयोजित हुई, जहां पर वर्ष 2020 में होने वाले 18 वें सामूहिक विवाह सम्मेलन के लिए मालपुरा के जय नारायण चौधरी को सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुना गया ।
इस अवसर पर सत्रहवे विवाह सम्मेलन के अध्यक्ष रामगोपाल बाजिया को भी सफलतम आयोजन की बधाई दी और उन्हें जेवीपी मीडिया ग्रुप श्री राला बाबा धाम किवाड़ा की ओर से अभिनंदन पत्र भेंट कर सम्मानित किया।
जाट समाज सामूहिक विवाह समिति की इस बैठक में मालपुरा, टोडा, टोंक , देवली, दू, उनियारा, निवाई , पीपलू समेत जिले की सभी तहसीलों एवं जयपुर से भी समाज बंधु शामिल हुए।
विवाह समिति के नए अध्यक्ष के चुनाव से पूर्व अब तक के विवाह सम्मेलनों का आय व्यय का विवरण विवाह समिति के संस्थापक सदस्य एवं तहसीलदार रमेश चौधरी ने संपूर्ण समाज के समक्ष प्रस्तुत किया, जिसे सर्वसम्मति से सभी ने स्वीकार किया।
इस अवसर पर विवाह सम्मेलन समिति की ओर से जेवीपी मीडिया ग्रुप के एंकर संपादक हरिराम किवाड़ा को विवाह सम्मेलन के विशेष मीडिया कवरेज, जाट समाज पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने एवं समाज के कार्यक्रमों में बेहतर इवेंट मैनेजमेंट के लिए पुरस्कृत किया गया।
जाट समाज सामूहिक विवाह सम्मेलन के 18 वें अध्यक्ष बने जय नारायण चौधरी वर्तमान में मालपुरा पंचायत समिति में सहायक प्रशासनिक अधिकारी है और मालपुरा उपखंड के जाट समाज के अधिकारी कर्मचारियों के संघ के अध्यक्ष भी है।
जयनारायण चौधरी पहले मालपुरा टोडा विधायक रणवीर पहलवान के निजी सचिव भी रह चुके हैं और विवाह समिति में लंबे समय से जुड़े हुए हैं।
डिग्गी के पास नुक्कड़ के रहने वाले जय नारायण चौधरी के पिताजी राम गोपाल चौधरी जाट धर्मशाला डिग्गी के संस्थापक सदस्यों में हैं और धर्मशाला निर्माण में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है ।
जय नारायण चौधरी के अध्यक्ष बनने पर सभी समाज बंधुओं ने उन्हें माला पहनाकर अभिनंदन किया ।
चौधरी ने भी अध्यक्ष बनने के बाद समाज के आदेश को सर माथे पर स्वीकार करते हुए ईमानदारी से कार्य करने की बात कही ।
इस अवसर पर विवाह सम्मेलन के महामंत्री के रूप में उनियारा के चौथमल नागा को चुना गया ।
अन्य कार्यकारिणी का विस्तार सात दिन में करने का निर्णय लिया ।
जाट विवाह समिति की इस बैठक में आगामी कार्यक्रमों में और अधिक व्यवस्थित एवं अनुशासित ढंग से कार्यक्रम करने के भी सुझाव मिले और समाज में शिक्षा को बढ़ावा देते हुए प्रतिभाओं के प्रोत्साहन की बात भी कही ।
कार्यक्रम में जाट धर्मशाला में सेवारत कार्मिकों को भी उपहार भेंट किए गए और निष्ठा पूर्वक कार्य करने की सीख दी ।
जाट समाज की विशेष बैठक के बाद सभी ने गणेश विदाई कार्यक्रम के निमित्त चूरमा बाटी की प्रसादी का आनंद लिया और समाज के लिए निष्ठा पूर्व कार्य करने का संकल्प दोहराया।