सभी जाट संगठनों के एक होने की जताई संभावना गाजियाबाद: गाजियाबाद के साहिबाबाद में राष्ट्रीय जाट अध्यक्षकों की एक संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में अलीगढ, सादाबाद, मथुरा, नोएडा, मेरठ, मोदीनगर, गाजियाबाद व दिल्ली के जाट समाज के संगठनों के अध्यक्षों ने हिस्सा लिया व अपने-अपने विचार प्रकट किए। इस अवसर पर राष्ट्रीय जाट एकता मंच (भारत) के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरपाल सिंह जाट, प्रदेश अध्यक्ष युवा इकाई रजत चौधरी, राष्ट्रीय जाट एकता संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील चौधरी, राष्ट्रीय महासचिव राजकुमार चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण चौधरी, जिला अध्यक्ष अलीगढ प्रदीप चौधरी, पूर्व सैनिक सोहन सिंह, महाराजा सूरजमल अखाडे के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरु देव बाबा प्रमिंदर आर्य, राष्ट्रीय जाट चेतना मंच के संस्थापक जगपाल सिंह दहरान, युवा जाट संगठन गाजियाबाद अध्यक्ष अरुण चौधरी व राष्ट्रीय जाट तेजवीर सेना के युवा इकाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश गोदारा, जिला अध्यक्ष अलीगढ जितेन्द्र आर्य गौपुत्र, जिला सचिव गाजियाबाद अमित तोमर , जिला अध्यक्ष मनोज भोजनालय, राष्ट्रीय जाट संघर्ष समिति के जिला अध्यक्ष गाजियाबाद नितिन अत्रि, जिला अध्यक्ष मेरठ विजय सांगवान, राष्ट्रीय अध्यक्ष जनसंख्या समाधान फाऊंडेशन अनिल चौधरी व पुजारी जी ने शिरकत की।
इस अवसर पर सभी ने अपनी राय रखते हुए कहा कि आज जरूरत है कि जाट समाज को एकत्रित किया जाए। जाट समाज विभिन्न विचारधाराओं व संगठनों में आपस में बटा हुआ है। यहीं कारण है कि जाट समाज इतना प्राचीन होते हुए व आर्थिक रूप से सशक्त होते हुए भी आ पीछे की ओर जा रहा है जो कि चिंता का विषय है। इस मौके पर आए हुए लोगों ने आशा व्यक्त की के आने वाले समय में सभी संगठनों को एक संगठन के रूप में व्यवस्थित करने का प्रयास किया जाएगा। इस अवसर पर कुछ लोगों ने अपने विचार रखते हुए कहा कि आज की नौजवान पीढी को अपने समाज के गौरवशाली इतिहास के बारे में जानना होगा। इसलिए सभी को अपने बच्चों को जाट समाज के इतिहास के बारे में बताते रहना चाहिए।