नई दिल्ली। जयपुर की भावना जाट ने रिकॉर्ड प्रदर्शन करते हुए ओलंपिक का टिकट हासिल कर लिया हैं। अपने जुनून से भावना जाट ने यह कामयाबी हासिल की हैं। भावना जाट की गरीबी का आलम यह है कि उन्होंने गरीबी के कारण अपनी पढाई अधुरी ही छोड दी जिसके कारण उन्होंने खेल पर ध्यान दिया। उनके इस जुनून को ध्यान में रखते हुए उनके पिता ने भावना जाट की मदद की और हर कदम पर उसका साथ दिया। भावना जाट की मेहनत और जुनून को देखते हुए उनके पिता ने पांच लाख का लोन लेकर भावना जाट की तैयारी करवाई। अपने पिता की अपेक्षाओं पर खरा उतरते हुए भावना जाट ने भी अपने परिवार वालों को निराश नहीं किया और हर कदम पर मेडल प्राप्त किया। उनका यह सफल एक दिन ओलंपिक तक पहुंचेगा यह किसी ने आशा नहीं की थी। लेकिन अपने जुनून को मेहनत से तराशते हुए भावना जाट ने ओलंपिक का टिकट हासिल कर लिया हैं। अब वह ओलंपिक में कैसे प्रदर्शन करती है यह तो समय ही बताएंगा लेकिन भावना जाट के लिए यह कामयाबी बहुत महत्व रखती है। जिस गरीबी को से वो निकली है उसे देखते हुए यह लक्ष्य उनके लिए किसी सपने से कम नहीं लगता हैं।लेकिन जिसतने के बाद तो हर कोई बधाई देता है लेकिन संघर्ष में कोई कोई साथ देता है यही हुआ भावना जाट के साथ उनके अधिकारियों से जब ओलंपिक की तैयारी के लिए छुट्टी मांगी तो अधिकारियों ने मना कर दिया लेकिन भावना जाट ने अपनी जॉब और करियर को एक साथ चलाते हुए यह मुकाम हासिल किया हैँ। आज अधिकारी उन्हें बधाई दे रहें है लेकिनसवाल यह है कि बिना किसी सुविधा के भावना जाट जब यह मुकाम हासिल कर सकती है तो सुविधाएं प्राप्त होने पर वह क्या कुछ नहीं कर सकती।