- अवितेश चौधरी ने इंडियन आइकन अवॉर्ड जीता
- मॉडल आफ द ईयर- 2019
- हरियाणा इंडिया यूनिवर्स 2019 का खिताब हासिल किया।
नई दिल्ली। दुख जिंदगी का एक अहम हिस्सा है लेकिन जो दुखों को अपनी किस्मत समझ कर पूरी जिंदगी दुखों का अलाप रागता रहता है वह भीड़ में कहीं खो जाता है लेकिन जो व्यक्ति इन दुखों से आगे निकलकर अपने जीवन को एक नई दिशा देता है वहीं लोगों में अपनी पहचान बनाने में कामयाब होता है। साथ ही साथ दुखों के सागर से निकलकर जीवन को एक नया मोड़ देकर अपनी खूबसूरत दुनिया बसाने में कामयाब होता हैं। आज हम आपको मिलवा रहे है एक ऐसी ही महिला से जिसने मात्र शादी के तीन साल बाद अपने पति को खो दिया। इससे ज्यादा उसके जीवन में दुखद क्या होगा लेकिन इस दुख से निकलकर उसने अपनी नन्हीं सी परी अपनी बेटी के लिए अपनी बहुमुखी प्रतिभा के बल पर अध्यापन के क्षेत्र से होते हुए मॉडलिंग व अभिनय के क्षेत्र में अपनी एक नई पहचान बनाई। नाम हैं अवितेश चौधरी।
यमुनापुरम कॉलोनी निवासी अवितेश चौधरी ने हैदरी इंटर कॉलेज, सांखनी से हाईस्कूल और जीजीआइसी बुलंदशहर से इंटरमीडिएट किया। नगर के ब्रहनंद महाविद्यालय से उच्च श्रेत्री में बीआई उत्तीर्ण की। वर्ष 2003 में सुनील चौधरी से विवाह हो गया। पति नोएडा में एक प्रतिष्ठित कंपनी में कार्यरत थे। जीवन में सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन भगवान को कुछ ओर ही मंजूर था। शादी के मात्र तीन साल बाद वर्ष 2016 में पति के आकस्मिक देहांत से अवितेश पर दु:खों का पहाड टूट गया। दुधमुंडी बच्ची के साथ अकेली महिला का इतनी बड़ी जिंदगी काटना बड़ा सवाल था, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। एमआर्क की पढ़ाई अच्छे नंबरों से पूरी की। इसके चलते गुडग़ांव के एक प्रतिष्ठित आर्किटेक्च्र कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर उनका चयन हो गया। अपने अध्यापन कार्य के दौरान ही मॉडलिंग और अभिनय के शौक को परवान चढ़ाने का निर्णय लिया। जिसका नतीजा आज देश में उनकी नई पहचान के रूप से निकल कर सामने आ रहा हैं। अवितेश चौधरी का मानना है कि कोई भी समय बता कर नहीं आता हैं। महिलाओं को हर स्थिति से जुझने के लिए तैयार रहना चाहिए। दुख की घड़ी में महिलाओं को और ज्यादा धैर्य व हिम्मत से काम लेना चाहिए। बेटियों को अगर परिवार का साथ मिले तो वे हर चुनौती का डट कर सामना कर सकती हैं। अभिभावकों को बेटियों पर भरोसा करते हुए उन्हें बेटों की तरह आगे बढऩे के अवसर प्रदान करने चाहिए। महिलाओं को भी आजादी हो अपने जीवन का रास्ता चुनने की। जीत का श्रेय अपने परिजन व गुरुजनों को दिया है। इससे पूर्व वह गत वर्ष मलेशिया में मिसेज इंडिया इंटरनेशनल सेकंड रन अप, आर्किटेक्चर फोटोग्राफी में भी अवार्ड जीत चुकी हैं।
- आर्किटेक्चर ग्लैमर और फैशन के अलावा फोटोग्राफी करती हैं , ब्लॉग्स और कविताएं भी लिखती हैं।
- जनपद निवासी अवितेश चौधरी ने इंडियन आइकन अवॉर्ड जीता हैं।
प्यारी बहन अवितेश चौधरी के जज्बे को सलाम हमें आपमे ऊपर गर्व है आपने समाज का नाम रौशन किया है पूरे समाज को आप पर गर्व है और दुआ है कि आप अपनी जिंदगी में हर मुकाम हांसिल कर सकें
मनोज फौजदार डिडवारीया