.शहीद भगत सिंह कि 112 जयंती पर चंडीगढ़ से शहीद-ए-आजम भगत सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नामकरण कि मांग हुई तेज़।
बता दें की पंजाब सरकार के द्वारा भगत सिंह के जन्म शताब्दी 2007 समारोह में, चंडीगढ़ हवाई अड्डे का नाम “शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा मौहाली” करने की घोषणा और पंजाब विधानसभा मैं 2009 में प्रस्ताव पारित किया । हरियाणा ने सरदार भगत सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा चंडीगढ़” के नाम का प्रस्ताव 2010 भेजा था, दोनों राज्यों की हॉटधर्मी के कारण 12 वर्षो से यह मामला विचारधीन है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हरियाणा सरकार के सेवानिवृत्त प्रधान सचिव बीडी ढालिया थे अध्यक्षता जाट सभा चंडीगढ़ के अध्यक्ष एवं पूर्व डीजीपी डॉ. महेंद्र सिंह मलिक ने की। पूर्व एडीसी रिटायर्ड लेफ्टि. जनरल दपिंदर सिंह , चंडीगढ़ मेयर राजेश कालिया, पार्षद सुनीता धवन विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। हरियाणा उर्दू साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. चंद्र त्रिखा तथा सुप्रसिद्ध लेखक प्रो catalunyafarm.com/. हरबंस सिंह ने भगत सिंह के जीवन पर मुख्य वक्तव्य प्रस्तुत किया। । ढालिया ने कहा कि भारत भगत सिंह जैसे देशभक्तों की कुर्बानी के कारण स्वतंत्र हुआ है, ऐसे स्वतंत्रता सेनानियों के जन्मदिन मनाने से युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलती है। डॉ. महेंद्र सिंह मलिक ने कहा कि देश के इतिहास में भगत सिंह से बड़ा कोई शहीद नहीं है सरकार को भगत सिंह के जन्मदिवस पर अवकाश घोषित करनी चाहिए। मलिक में आए हुए सभी अतिथि ,व्यक्तियों से उपरोक्त विषय पर सहयोग समर्थन करने की अपील की ,उपस्थित जनसमूह ने हाथ उठाकर सहयोग व समर्थन करने का आश्वासन दिया ।