गुलिया जाट Gulia jat gotra
गुलिया भी एक जाट गोत्र के रूप में जाना जाता है। इस गोत्र के लोगों को गुल्या, गुल्लैया, गलिया, गोलेया, गुलैया, आदि नामों से भी पुकारा जाता है। ये लोग मुख्य रूप से हरियाणा, मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश में मिलते है। जानकारी के अनुसार यह गोरा जाटों का शाखा गोत्र है। इस गोत्र के कुछ लोग हमें अफगानिस्तान में भी मिलते है।
हमारी जानकारी के अनुसार सूर्यवंशी चक्रवर्ती सम्राट मांघाता जो आर्यावर्त के प्रथम राजा इक्ष्वाकु के वंश में प्रसिद्ध चक्रवर्ती सम्राट हुए है। इतिहास की पुस्तकों से ज्ञात होता है कि ये श्रीराम के परिवार से संबंध रखते थे। वाल्मीकि रामायण के अनुसार भी प्रथम राजा इक्ष्वाकु हुआ तत्पश्चात कुक्षि, विकुक्षि, बाण अनरण्य, त्रिशंकु, धुन्धुमार, युवनाश्च और 10वीं पीढी में राजा मान्धाता हुए। इसी चक्रवर्ती आर्य सम्राट मान्धाता ने अपनी माता गौरी के नाम पर गौर नाम की उपाधि धारण की। इसी से मान्धाता के वंशधर गौर नाम से इतिहास में जाने गए। इसी गौरवंश की एक क्षत्रिय आर्य शाखा थी जो युद्धों में मुख्य रूप से भाग लेती थी। यह बहुत ही बहादुर और ताकतवर लोग होते थे। यहीं गौरवंश की शाखा आगे चलकर गुलिया, गुलैया, तातराणा गुल्या आदि नामों से जानी गई। आज इन्हीं लोगों को हम गुलिया जाट के नाम से जानते है।
जानकारी के अनुसार गुलिया की उत्पति प्राचीन कुल्या जाति से है। यह पुराण के कुल्या के वंश जैसे हैं। मरकान्दया पुराण में इसे मध्य भारत के मत्सयस के साथ जिक्र करते हुए पाया गया है। जानकारी के अनुसार मत्सय पुराण में भी हमें कुलिया नाम के लोगों का जिक्र मिलता है। अगर हम पूरी दुनिया के गोत्रों पर नजर डाले तो पता चलता है कि आज भी कुछ जाति के वंशज गालत के नाम से जाने जाते है। कुछ लोग ऐसा मानते है कि मनडटर और गुलिया वंश ग्रीक के मलाटेन्स लेखकों से संबंधित है जो कि एतिहासिक रूप से यूरोप के लोगों होते है। लेकिन इस संबंध में कुछ इतिहासकार एक शंका प्रकट करते है वे कहते है कि करीब 129 में बरामारेगा द्वारा भगवान बुद्ध के स्तुपा के स्थापना के समय संबंध रखती है, यह स्कीओन के कामा गुलिया को भी याद दिलाती है। पृथ्वी राज चौहान के शासनकाल में बदली गांव के रोहतक क्षेत्र तक राजा बद्रा सुन द्वारा शासन किया जाता था। कुछ समय बाद दो व्यक्ति सैयद सरकार और नासिर हुसैन मसहादे और अताउल्ला मसाहादे काबूल से बाल्दी भरा सैयद के नेतृत्व में हरियाणा को नष्ट करने आये और बद्रा सेना को मारकर नए शासन प्राप्त किये। 1192 में तराई के युद्ध में मोहम्मद गोरी ने पृथ्वीराज को मारकर युद्ध में विजयी बना। उस युद्ध के दौरान सात सैनिक वहां से भागकर दक्षिण बल्दी के मंदिर में एक ब्राह्मणी के यहां शरण ले ली। जानकारी के अनुसार वे इन्द्रगड के उदय चन्द के पुत्र थे। उनका नाम आउसर, रहल, असल, महल और चहल था। उन्होंने मदिरा को पानी समझकर पी लिया और ब्रह्मणी की शुद्धता को नष्ट कर दिया। वहीं से वे अपने पास वाले घडे पर धागा बांधा । तभी से ये लोग गुलिया के नाम से जाने गये जो बाद में बल्दी के निकट रहने लगे। हालाकि इस संबंध में पुख्ता साक्ष्य नहीं है।
गुलिया जाटों की अपनी खाप पंचायत भी है जिसमें लगभग 30 गांव आते है। यह गांव दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा राज्य में पडते है।
village of gulia jat
Distribution in Haryana state
Villages in Rohtak district
Some villages in Rohtak are Badli, Rurki, Singhpura and Sabti.
Villages in Sonipat district
There are 12 more villages across the Yamuna three named Dobheta, Mehlana and Purkhas in the Sonipat distt. Village Lath under Gohana Tehsil has also Gulia gotra, apart from Dhochak.
Villages in Panipat district
There is a village named Bursham near Panipat,here live Jats of Gulia gotra.
Villages in Jhajjar district
There are 30 villages of Gulias near Badli (Jhajjar district). Badli is actually the centre of Gulia Khap.
Badli, Dariyapur, Dhakla, Jahangirpur, Khedi-Jatt, Laadpur (लाडपुर), Nimana, Pelpa, Yakubpur, Zahidpur
Villages in Mahendergarh district
Gehli Narnaul,
Distribution in Rajasthan
Locations in Jaipur city
Airport Colony, Sanganer,
Villages in Jaipur district
Gulia Jats live in villages: Jaitpura, Sriramjipura (1), Rajawas,
Gulya Jats live in villages: Amkeshpura (1), Kadeda (3), Mendwas (3), Rupbas Kadeda (2),
Villages in Jodhpur district
Ostaran,
Villages in Churu district
Rejdi,
Villages in Sikar district
Banuda (1),
Distribution in Madhya Pradesh
Bhopal, Mandsaur
Villages in Ratlam district
Villages in Ratlam district with population of Galia (गलिया) gotra are: Ratlam 1,
Distribution in Uttar Pradesh
Villages in Meerut district
Pastra (पसतरा), Rahawati
Villages in Hapur district
Chitauli,Atuta
Villages in Muzaffarnagar district
Bhaju, Rasulpur, Pachgaon,
Villages in Shamli district
Kanjer Heri,
Distribution in Uttarakhand
Villages in Haridwar district
Bahadarpur Jat,
Villages in Delhi
Rithala, Chirag Delhi, Said-ul-ajaib, Begumpur.
Notable persons of this gotra
Navin Gulia – Adventurous personality
Harveer Gulia – Jat warrior who injured Timur
Kanwer Singh Gulia – International Athletics Coach and General Secretary Haryana State Athletics Association
Ramesh Kumar Gulia – created history by winning the bronze medal in the freestyle 74kg category at the World Wrestling Championship in Herning, Denmark.
Prahlad Singh – Former District Agriculture Officer U.P. Govt.
Dr. Rajesh Gulia – An expert in Stricture Urethra, and Uro-Gynaecology
Jasveer Guliya- Winner Kabaddi World Cup-2016
Rakesh Gullaiya – MCD councillor from Chirag Delhi village ,