सरकारी ‘लॉकडाऊन’के आदेश का उल्लंघन कर ‘कोरोना’ फैलाने हेतु सहायता करनेवाले, साथ ही ‘तबलीगी जमात’ जैसे संगठनों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करें !
एक ओर ‘सोशल डिस्टेंसिंग’ न होने से और जमाबंदी आदेश का पालन न करनेवाले लोगों पर पुलिसकर्मी लाठीचार्ज कर रहे हैं । जो विधि का पालन नहीं करते, उनके विरुद्ध कार्रवाई तो होनी ही चाहिए; परंतु मुसलमानों द्वारा इस आदेश का पालन न होते हुए भी उनके विरुद्ध कहींपर भी कठोर कार्रवाई होते हुए नहीं दिखाई देती, जो दुर्भाग्यपूर्ण है । अनेक मस्जिदों में विदेशी मुसलमान आकर अवैधरूप से रह रहे हैं । उन्हें यहां के धार्मिक कार्यक्रमों में सहभागी होने की अनुमति न होते हुए भी वे सहभागी हो रहे हैं । ऐसी घटनाएं राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत घातक हैं । अब तो कोरोनाग्रस्त मुसलमान रोगियों द्वारा चिकित्सकीय कर्मचारी और डॉक्टरोंपर थूके जाने की, साथ ही उनकी जांच करने गए चिकित्सकीय अधिकारियों और पुलिसकर्मियोंपर आक्रमण किए जाने के समाचार मिल रहे हैं । यह मानसिकता अत्यंत घातक है तथा समाज में जानबूझकर कोरोना का संक्रमण फैलाने का कृत्य गंभीर अपराध ही है । ऐसे समाजद्रोहियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए । अन्य समयपर आधुनिकतावाद के नामपर अपने बुद्धिकौशल का प्रदर्शन करनेवालेे, साथ ही मुसलमान समुदाय के नेता इसपर अभीतक मौन हैं ।
श्री. रमेश शिंदे,
राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिंदु जनजागृती समिती.